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✦ ईब्न अब्बास रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल्लअल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया ये दिन (ज़ूमा ) ईद का दिन है जो अल्लाह ने मुसलमानो को ता फरमाया है, इसलिए जो ज़ूमा के लिए आए तो गुसल कर ले और खुश्बू मिल जाए तो लगा ले और तुम पर मिस्वाक भी है
सुनन इब्न माजा , जिल्द 1, 1098-हसन
✦ ईब्न अब्बास रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की ररसूल्लअल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम के ज़माने में दोनो ईदें एक ही दिन आ गयी ( एक तो ईद और दूसरा ज़ूमा) तो आपने ईद की नमाज़ अदा करके फरमाया जो ज़ूमा की नमाज़ के लिए आना चाहे आ जाए और जो ना आना चाहे ना आए
सुनन इब्न माजा , जिल्द 1, 1312-हसन
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