✦ आयत अल कुर्सी की फ़ज़ीलत
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✦ रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जो कोई इसको (आयात अल कुर्सी को) सुबह पढ़ लेगा तो शाम तक शैतान से महफूज़ रहेगा और जो शाम को पढ़ लेगा वो सुबह तक शैतान से महफूज़ रहेगा
अल-हाकीम , अल तरगीब वा अल तरहीब, 1/273- सही
✦ हदीस का मफ्हुम है की जब बिस्तर पर लेटो तो आयात अल कुर्सी ( अल्लाहू ला इलाहा इल्ला हुवा अल हय्युल कय्यूम आख़िर तक ) पूरी पढ़ लेना . (इसके पढ़ने से) अल्लाह सुबहानहु की तरफ से तुम पर एक निगरान फरिश्ता मुक़र्रर रहेगा. और सुबह तक शैतान तुम्हारे क़रीब भी नही आ सकेगा.
सही बुखारी, जिल्द 3, 2311
✦ रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जिस शख्स ने हर फ़र्ज़ नमाज़ के बाद आयत अल कुर्सी पढ़ी तो जन्नत और उसके दरमियाँ मौत के सिवा कोई और चीज़ रुकावट नही (यानी मौत के बाद उसको जन्नत नसीब होगी)
अल-सिलसिला-अस-सहिहा , 749
तबरानी अल कबीर, 6532-हसन
सही अल जामे , 6464-सही
✦ रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया सुरह बक़रा में एक ऐसी आयत है जो कुरान की सरदार है वो जिस घर में पढ़ी जाती है उसमें से शैतान निकल जाता है वो आयत अल कुर्सी है
अल मुस्तदरक सहीहैन , 2652-सही
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