✦ अब्दुल्लाह बिन मसूद रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया क़यामत के दिन मेरे सबसे नज़दीक वो लोग होंगे जो मुझ पर ज़्यादा दुरुद भेजते हैं
जामिया तिरमिज़ी , जिल्द 1, 466-हसन
✦ हज़रत हुसैन इब्न अली रदी अल्लाहू अन्हुमा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया बाखील वो है जिसके सामने मेरा ज़िक्र हो और वो मुझ पर दुरुद ना भेजे
जामिया तिरमिज़ी , जिल्द 2, #1469 –सही
हज़रत आनेस बिन मलिक रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जो शख्स मुझ पर एक मर्तबा दुरुद भेजेगा तो अल्लाह सुबहानहु उस पर 10 मर्तबा रहमत भेजेगा और उसके 10 गुनाह माफ़ होंगे और 10 दरजात बुलंद होंगे
सुनन नसाई, जिल्द 1, 1300 -सही
✦ अब्दुल्लाह बिन अबी तल्हा अपने वालिद से रिवायत करते हैं की एक दिन रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम तशरीफ़ लाए तो आपके चेहरे मुबारक पर खुशी महसूस हो रही थी तो हमने आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम से पूछा की आपके चेहरे मुबारक पर खुशी की वजह क्या है? तो आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया अभी मेरे पास जिबरील तशरीफ़ लाए और कहा की ( अल्लाह फरमाता है) क्या तुम इस बात से खुश नही हो की तुम्हारी उम्मत में से जो शख्स एक मर्तबा दुरुद भेजेगा तो मैं उस पर 10 रहमत नज़िल करूँगा और तुम्हारी उम्म्मत में से जो शख्स एक मर्तबा सलाम भेजेगा तो मैं उस पर 10 मर्तबा सलामती भेजूँगा
सुनन नसाई, जिल्द 2, #1298-हसन
✦ अबू हुरैरह रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया मुझ पर दुरुद भेजते रहना क्यूंकी तुम्हारा दुरुद मुझ तक पहुचा दिया जाता है चाहे तुम किसी भी जगह हो
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 2, 274-सही
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