अल क़ुरान : मोमीनों तुमको मक़तुलो ( जो क़त्ल कर दिए गये हैं) के बारे में क़सास का हुक्म दिया जाता है , आज़ाद के बदले आज़ाद और गुलाम के बदले गुलाम और औरत के बदले औरत (क़त्ल की जाये) . और क़ातिल को उसके भाई की तरफ से कुछ माफ़ कर दिया जाए तो दस्तूर के मुवाफ़िक़ मुतालबा करना चाहिए और उसे नेकी के साथ अदा करना चाहिए ये तुम्हारे रब की तरफ से आसानी और मेहरबानी है फिर जो उसके बाद ज़्यादती करे तो उसके लिए दर्दनाक अज़ाब है और एह अक़ल वालो क़सास में ( तुम्हारे लिए) ज़िंदगानी है ताकि तुम ( क़त्ल और खूनरेज़ी) से बचो
अल क़ुरान ,सुराह अल-बक़रा (2), आयत #178-179
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