✦ ज़ैद बिन खालिद अल-जुहानी रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सललल्लाहू अलैही वसल्लम ने हूमें हुदेबिया में सुबह की नमाज़ पढ़ाई और रात को बारिश हो चुकी थी , नमाज़ से फारिग होने के बाद आप सललल्लाहू अलैही वसल्लम ने लोगो की तरफ मुँह किया और फरमाया , मालूम है तुम्हारे रब ने क्या फरमाया है , लोगों ने कहा की अल्लाह और उसके रसूल सललल्लाहू अलैही वसल्लम खूब जानते हैं ,आप ने फरमाया की तुम्हारे ऱब का इरशाद है की सुबह हुई तो मेरे कुछ बंदे मोमीन रहे और कुछ काफ़िर हो गये जिसने कहा की अल्लाह के फ़ज़ल और रहमत से हमारे लिए बारिश हुई तो वो मेरा मोमीन है और सितारो का मुनकीर है और जिसने कहा की फ़लाह सितारे की फ़लाह जगह पर आने से बारिश हुई तो वो मेरा मुनकीर है(यानी मुझसे कुफ्र किया) और सितारो का मोमीन है (यानी सितारो पर ईमान रखने वाला है)
सही बुखारी, जिल्द 1, 846
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