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Sunday, 31 July 2016

हज़रत अली रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है

✦ हज़रत अली रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम असर से पहले 4 रकात (सुन्नत) पढ़ते थे
जामिया तिरमिज़ी, जिल्द 2, 410-हसन

✦ इब्न उमर रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया अल्लाह सुबहानहु उस बंदे पर रहम फरमाए जो असर से पहले चार रकात (सुन्नत) पढ़े
जामिया तिरमिज़ी, जिल्द 2,411-हसन

✦ हज़रत तमीम दारी रदी अल्लाहु अन्हु से रिवायत है की की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया बंदे से क़यामत के रोज़ सबसे पहले नमाज़ का हिसाब होगा अगर उसकी नमाजें पूरी होंगी तो उसके नवाफिल अलग से लिख दिए जाएँगे और अगर उसने नमाजें पूरी नही की होंगी तो अल्लाह सुबहानहु अपने फरिश्तों से फरमाएगा देखो क्या मेरे बंदे के पास नवाफिल हैं ? तो उन नवाफिल के ज़रिए जो फराईज़ उसने ज़ाया कर दिए उनकी तकमील कर दो फिर बाक़ी आमाल का हिसाब भी इसी तरह होगा
सुनन इब्न माजा, जिल्द 1, 1426 सही

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