✦ अल क़ुरान: देखो ये क़ुरान एक नसीहत है, इसलिए जो चाहे इसको याद रखे, क़ाबिल ए अदब वर्क़ो में लिखा हुआ जो बुलंद मुक़ाम पर और पाक हैं, उन लिखने वालों की हाथो में जो बुज़ुर्ग और नेकोकार हैं (जो किरामिन बरारा हैं)
सुरह अबसा (80), 11-16
✦ रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जो शख्स क़ुरान पढ़ता है और उसको पढ़ने में माहिर हो वो शख्स ऐसे लिखने वाले (फरिश्तों) के साथ होगा जो बुज़ुर्ग और नेकोकार (जो किरामिन बरारा हैं) हैं और जो शख्स क़ुरान पढ़ता है और उसके लिए मुश्किल होता है तो उसको दुगुना अजर मिलेगा
जाम़िया तिरमिज़ी, जिल्द 2, 813 – सही
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